निदेशक की कलम से
मैं छात्रों और उनके अभिभावकों, साथ ही देश-विदेश के सहयोगियों को हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भिलाई की स्थापना 7 अगस्त 2016 को हुई थी। यह संस्थान भारत के "धान के कटोरे" कहे जाने वाले राज्य छत्तीसगढ़ में स्थित है — एक ऐसा राज्य जो प्राकृतिक संसाधनों के साथ-साथ सांस्कृतिक स्मृति और विरासत में भी समृद्ध है। हमारा परिसर भिलाई के बाहरी इलाके में स्थित है — एक ऐसा विकासशील नगर जो परंपरा और आधुनिकता का दुर्लभ संगम है: एक ऐसा स्थान जहाँ विविध पृष्ठभूमियों से आईं समुदायों ने घर पाया है और अनेक तरीकों से राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया है। हमें इस प्रगतिशील, नवाचारी और परिवर्तनशील राज्य और शहर का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है।
हमारे संस्थान की मूल दृष्टि यह है कि यह इंजीनियरिंग, विज्ञान और लिबरल आर्ट्स से संबद्ध क्षेत्रों में शिक्षा और अनुसंधान का एक उत्कृष्ट केंद्र बने। हमारा उद्देश्य सामाजिक रूप से प्रासंगिक, अनुसंधान-आधारित स्नातक और स्नातकोत्तर शिक्षा प्रदान करना है, जो उद्यमिता, तकनीकी नेतृत्व और उत्तरदायी नागरिकता को बढ़ावा दे। हम चाहते हैं कि हमारे छात्र भारत के समग्र और सतत विकास में सक्रिय रूप से भाग लें। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए हम अपने छात्रों को एक सुरक्षित और अनुकूल शिक्षण-संपादन वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें और अपनी पूर्ण क्षमता तक पहुँच सकें। यह दृष्टिकोण राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की व्यापक सोच के अनुरूप भी है।
पिछले कुछ वर्षों में हमने आशातीत प्रगति की है। संस्थान अब छह विषयों में बीटेक, ग्यारह विषयों में एमटेक, तीन विषयों में एमएससी, और तेरह विषयों में पीएचडी कार्यक्रम प्रदान कर रहा है। अपनी स्थापना के समय से ही हम अपने परिसर में अधिक महिला छात्रों को आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं, और वर्तमान में हमारे छात्र समुदाय का 22% महिला छात्रों का है। प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में हमारे छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसी तरह प्लेसमेंट दर भी — जो पिछले प्लेसमेंट सत्र में लगभग 86% रही — और हमारे स्नातक छात्रों को प्राप्त होने वाला औसत वार्षिक सीटीसी भी निरंतर बढ़ रहा है। हमारे कई छात्र सफल स्टार्टअप स्थापित कर चुके हैं, जबकि कई अन्य विश्वभर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में उच्च अध्ययन हेतु चयनित हुए हैं। संस्थान के कुल 29 स्टार्टअप, विभिन्न विषयों पर काम कर रहें हैं। साथ में संस्थान राज्य के लिए दो IT पार्क भी बना रहा है।
हमारे प्रतिभाशाली संकाय सदस्य समर्पण और कठोर परिश्रम के साथ अनुसंधान के नए अवसरों की खोज में लगे हुए हैं। हमें हालिया एनआईआरएफ रैंकिंग में 73वाँ स्थान प्राप्त हुआ, जो कि हमारी पहली ही प्रविष्टि थी। आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन (IBITF) के तत्वावधान में, हमारे संकाय और छात्र निवेश के अवसरों और प्लेटफार्मों की खोज कर रहे हैं। IBITF, एग्रीटेक, हेल्थटेक, एजटेक और फिनटेक जैसे क्षेत्रों में सामाजिक रूप से प्रासंगिक तकनीकी समाधानों के लिए हमारे उद्देश्य का समर्थन करता है, जिनमें दिव्यांग एटीएम और μNEEDsulin प्रमुख परियोजनाएँ हैं। यह तो केवल एक लंबी यात्रा की शुरुआत है, जिसमें अनुसंधान समूहों और अनुसंधान पार्कों के विकास के माध्यम से उद्योग और शिक्षा क्षेत्र के बीच और अधिक सशक्त सहयोग की दिशा में कदम बढ़ाए जाएँगे। हमारे शिक्षक एवं छात्रों में विज्ञान एवं तकनीकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किये हैं। ये इसी बात से समझा जा सकता है कि दो वर्षों में कुल 38 पेटेंट फाइल किये गए और 2023 और 2024 में 270 उच्च कोटि के रिसर्च पेपर प्रकाशित हुए हैं। आज कुल 347 प्रोजेक्ट ₹18400 लाख के चल रहें हैं।
एक नवस्थापित संस्थान के रूप में, जो शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराने को तत्पर है, हमारे लिए भविष्य में अनेक रोमांचक संभावनाएँ हैं। हमारा परिसर एक ऐसी विचारधारा के अनुसार डिज़ाइन किया गया है, जो प्राकृतिक तत्वों के संरक्षण, वनीकरण को प्राथमिकता देती है और ऊर्जा दक्षता पर बल देती है। यह परिसर सतत जल और अपशिष्ट प्रबंधन के सिद्धांतों पर आधारित है। जैसे-जैसे आप परिसर में विचरण करेंगे, आपको महसूस होगा कि हमने परस्पर संवाद और मेल-जोल के कई अवसर प्रदान करने का प्रयास किया है ताकि एक ऐसा स्वस्थ परिसर-संस्कृति निर्मित हो, जो आपसी सम्मान, सहयोग और सौहार्द पर आधारित हो। जहाँ हमारे परिसर निर्माण को GRIHA अवार्ड, ब्रिटिश सेफ्टी काउंसिल अवार्ड और NSCI सेफ्टी अवार्ड जैसे अनेक सम्मानों से नवाज़ा गया है, वहीं हमारे लिए सबसे बड़ी उपलब्धि यह समुदाय है — हमारे छात्र, संकाय और कर्मचारी — जिनकी ज्ञान के प्रति ललक और कार्य के प्रति प्रतिबद्धता प्रत्येक दिन को प्रेरणादायक और समृद्ध अनुभव बना देती है।
प्रो. राजीव प्रकाश निदेशक, आईआईटी भिलाई