आईआईटी भिलाई में हर्षोल्लास से मनाया गया 76वां स्वाधीनता दिवस

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भिलाई में 76वां स्वतंत्रता दिवस बड़े उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। समारोह की शुरुआत शैक्षणिक ब्लॉक के सामने आईआईटी भिलाई के निदेशक प्रोफेसर रजत मूना द्वारा ध्वजारोहण समारोह के साथ हुई, जिसके पश्चात् राष्ट्रगान गायन एवं छात्रों और सुरक्षा गार्डों द्वारा भव्य परेड किया गया। इस अवसर पर वृक्षारोपण अभियान का भी आयोजन किया गया।

प्रोफेसर मूना ने अपने संबोधन की शुरुआत हमारे देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में "आज़ादी का अमृत महोत्सव" के लिए अपनी शुभकामनाओं के साथ उपस्थित लोगों को बधाई देकर की। उन्होंने भारत सरकार के "हर घर तिरंगा" अभियान की भी सराहना की। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में बात की और बताया कि स्वतंत्रता के लिए 200 साल के इस संघर्ष में कई अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा योगदान दिया गया था। उन्होंने असम के मनीराम दीवान और 1857 के विद्रोह के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ उनके विद्रोह की कहानी सुनाई, जिसके लिए उन्हें फांसी दी गई थी। उन्होंने अन्य राष्ट्रीय महानायकों में लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, बिपिन चंद्र पाल की महानता के विषय में व्याख्या के पूर्व हरियाणा के पंडित नेकीराम और छत्तीसगढ़ के पंडित सुंदरलाल शर्मा की कहानियों को भी याद किया।

प्रोफेसर मूना ने कहा कि हमारे जैसे प्रतिष्ठित देश की असीम अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए, आईआईटी भिलाई को अनुसंधान और तकनीकी विकास की दिशा में राष्ट्रीय अभियान का नेतृत्व करना चाहिए। उन्होंने छात्रों की शैक्षणिक उपलब्धियों, लगभग 40 एमओयू, छात्र प्लेसमेंट के साथ संस्थान की सफलता और आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन (आईबीआईटीएफ) के माध्यम से आईआईटी भिलाई के छात्रों और संकाय सदस्यों द्वारा 14 स्टार्ट-अप के गठन के विषय में बात की, जो टीआईएच की गतिविधियों को क्रियान्वित करने के लिए जिम्मेदार एक धारा 8 कंपनी है।

इस अवसर पर मेधावी छात्रों की उपलब्धियों को संज्ञान में लेते हुए तीन पुरस्कार प्रदान किए गए। जिसमें शाश्वत जायसवाल को संस्थान के विकास में उनके योगदान के लिए श्रीमती शारदा जैन द्वारा स्थापित पीके जैन मेमोरियल अवार्ड प्रदान किया गया। आईआईटी गांधीनगर के पूर्व छात्र श्री आकाश केशव सिंह द्वारा नेतृत्व और सामाजिक कार्य के लिए आर.पी. सिंह मेमोरियल अवार्ड अनन्या को दिया गया। अंजना कन्नन को आईआईटी भिलाई के पहले बैच के पूर्व छात्र श्री केतन मिश्रा द्वारा स्थापित गायत्री देवी लीडरशिप अवार्ड मिला।

पुरस्कार समारोह के बाद फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में संस्थान के संकाय सदस्यों और स्टाफ सदस्यों के बच्चों द्वारा प्रस्तुति की गयी। आईआईटी भिलाई के छात्रों द्वारा कुछ सांस्कृतिक प्रदर्शन भी किए गए, जिसके बाद प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता हुई। धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस कार्यक्रम का ऑनलाइन लाइव प्रसारण भी किया गया।

संस्थान निदेशक द्वारा सन्देश

I am pleased to extend my greetings to students and their parents as well as colleagues near and far. IIT Bhilai was established on 7 August 2016. We are located in Chhattisgarh, the rice bowl of India, in a state rich in natural resources as well as cultural memory and heritage. और पढ़ें

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